Friday, April 20, 2012

: हैप्पी बर्थडे  वर्षा आंटी  :

 मुझे  याद  है  आपसे  पहली  बार  मिलने  की  बात ,
सुन्दर  मेनिक्योरड  हाथ  और  गुलाबी  सजी उसमें  नेल पॉलिश
बेहत सोफिस्टीस्कैटड था  आपका  अंदाज़ ... 

एक  बेहतखूबसूरत पर्स में से ,
कागज़ -कलम  निकाल,जब आपने नोट  करना शुरू
किया  सबका फ़ोन नंबर,
तब  याद आया कि कई दिनों बाद कोई दिखा है इतना सुव्यवस्थित ,
उम्र  में हमारे लगभग दूने का अंतर ,
फिर  भी हम  बच्चों के बीच  इतनी अवस्थित  !

अपने  उम्र  के  लोगों  में 
आप  सच  में  बहुतअलग लगीं,
आपकी -अपनी  कहानी में मुझे कहीं
थोड़ी  नज़दीकीयां  मिलीं,
जीवन  में  आपके  खुशियों  की   बजती  रहे  घंटी ,
हम  सबकी  तरफ  से  आपको  हैप्पी  बर्थडेVarsha आंटी
 :-)
 

2 comments:

  1. शिप्रा,
    तुमने जो मेरे लिए लिखा उसे पढ़ कर मुझे बहुत अच्छा लगा. बड़ी बारीकी से जैसे तुमने नोटीस किया, वो मुझे प्यारा लगा.
    इतना अपनापन और प्यार कोई अपना ही दे सकता है.उम्र के फ़ासले है,पर हम दोनो का बचपन एक ही जगह गुज़रा हैं, इसलिए कामन ग्राउंड हैं, हज़ारीबाग और हमारा स्कूल.
    वर्षा

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  2. Beautiful and very touching words Shipra...

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